भगवान श्री कृष्ण के यदुवंश का सम्पूर्ण परिचय.... जाति ........... यादव / अहीर वंश .......... चंद्रवंशी छत्रिय कुल .......... यदुकुल / यदुवंशी इष्टदेव .......... श्रीकृष्ण ऋषिगोत्र....... अत्रेय /अत्रि...आदि 150 के लगभग ध्वज ......... पीताम्बरी रंग ......... केसरिया वृक्ष ......... कदम्ब और पीपल हुंकार ......... जय यादव जय माधव रणघोष ......... रणबंका यदुवीर निशान ......... सुदर्शन चक्र लक्ष्य ......... विजय यदुवंश :👉 राजा यदु के वंशज जिनकी 49वीं पीढ़ी में भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया था... उन्हीं के श्रीकृष्ण वंशज हैं... यदुवंशी चन्द्रवंश शाखा के यदुवंशी क्षत्रिय हैं आपकी जानकारी के लिए थोड़ा ऐतिहासिक तथ्यों भगवान कृष्ण ..नन्द के वंशज जिन्होंने कृष्ण को पाला था..तो आपको पता होना चाहिए कि कृष्ण के पिता वासुदेव और बाबा नन्द आपस मे सगे चचेरे भाई थी...और दोनों ही चंद्रवंशी क्षत्रिय थे.. . १..बाबा वासुदेव और बाबा नन्द का रिश्ता.. ......श्रीकृष्ण के पिता का नाम राजा 'वासुदेव' और माता का नाम 'देवकी' था। जन्म के पश्चात् उनका पालन-पोषण 'नन्द बाबा' और 'यशोदा' माता क
सरस्वती आडिटोरियम, आधुनिक रेल डिब्बा. कारखाना, रायबरेली में एम सी एफ लिटिल चैम्प डांस का क्वार्टर फाइनल मुकाबला 10.06.2023 को कराया गया। जिसमें 8 बच्चों ने अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया। अनुष्का, पल्लवी, अक्षया, जतिन, समृद्धि, सृष्टि, सुप्रिया और अनन्या अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया। पूरा आडिटोरियम दर्शकों से खचाखच भरा था। दर्शकों ने सभी प्रतिभागियों का खूब उत्साहवर्धन किया। जज श्री अजय चौरसिया तथा श्रीअनिल श्रीवास्तव ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा मंच का सफल संचालन श्री आदित्य प्रकाश ने किया। प्रतियोगिता का फाइनल 24.6.2023 को होगा।
नई दिल्ली 18.07.2023 उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक श्री शोभन चौधुरी ने प्रधान कार्यालय, बडौदा हाउस, नई दिल्ली में उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों और मण्डल रेल प्रबंधकों के साथ कार्य-प्रगति की समीक्षा की रेलपथों पर संरक्षा पर बल / मानसून इंतजामों की समीक्षा उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक श्री शोभन चौधुरी ने प्रधान कार्यालय, बडौदा हाउस, नई दिल्ली में उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों और मण्डल रेल प्रबंधकों के साथ कार्य-प्रगति की समीक्षा की । बैठक में रेलपथों पर संरक्षा, गति सीमा में वृद्धि, मालभाड़ा और रेल परिचालन से जुड़े मामलों पर ध्यान केन्द्रित किया गया । रेलवे के लिए संरक्षा सर्वोपरि है । महाप्रबंधक ने रेलपथों के अनुरक्षण मानकों, रेलवे फाटकों और उच्च गति वाले रेल सेक्शनों के किनारों पर बाउंड्री वॉल का निर्माण करने पर बल दिया । उन्होंने रेल पटरियों को पार करने के मामलों पर कड़ा रूख अपनाया । उन्होंने मंडलों और सुरक्षा विभाग को परामर्श दिया कि वे रेल पटरियों को अवैध रूप से पार करने वाले लोगों को रेलवे अधिनियम की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत पकडकर उनसे जुर्माना वसूलें और यदि आवश्