मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप जयन्ती पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं:::दैनिक जागरण, आगरा के पत्रकार श्री पंकज कुलश्रेष्ठ के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया::


मुख्यमंत्री को जल शक्ति मंत्री ने जल शक्ति एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष/कोविड केयर फण्ड हेतु 20 करोड़ 30 लाख 04 हजार 348 रु0 की सहयोग राशि का योगदान किया


लखनऊ: 08 मई, 2020
















उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को आज यहां उनके सरकारी आवास पर जल शक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह द्वारा जल शक्ति एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष/कोविड केयर फण्ड हेतु 20 करोड़ 30 लाख 04 हजार 348 रुपए की सहयोग राशि का योगदान किया गया।

इसके अन्तर्गत सिंचाई विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा 03 दिन के वेतन के रूप में 16 करोड़ 08 लाख 25 हजार 422 रुपए, सिंचाई विभाग के अन्य एवं व्यक्तिगत संसाधनों द्वारा 03 करोड़ 95 लाख 11 हजार 727 रुपए, शारदा सहायक समादेश विकास प्रक्षेत्र द्वारा 22 लाख 02 हजार 639 रुपए तथा यू0पी0पी0सी0एल0 द्वारा 04 लाख 64 हजार 560 रुपए का योगदान किया गया।। इस अवसर पर प्रमुख सचिव, सिंचाई एवं जल संसाधन श्री टी0 वेंकटेश भी उपस्थित थे। 














लखनऊ: 08 मई, 2020


 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने महाराणा प्रताप जयन्ती पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हंै।


 आज यहां जारी एक संदेश में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महाराणा प्रताप भारत के शौर्य, पराक्रम एवं राष्ट्रभक्ति के महानायक हैं। वे एक राष्ट्र नायक हैं। उनका त्याग एवं बलिदान हम सबके लिए सदैव प्रेरणास्पद बना रहेगा। हमें उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।


 मुख्यमंत्री जी ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के दृष्टिगत महाराणा प्रताप की जयन्ती पर लाॅकडाउन तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन करते हुए घर पर रहकर राष्ट्र नायक के प्रति अपने श्रद्धासुमन अर्पित करें। 


लखनऊ: 08 मई, 2020



उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने समाचार पत्र दैनिक जागरण, आगरा के पत्रकार श्री पंकज कुलश्रेष्ठ के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री जी ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की है।



मुख्यमंत्री ने 25 करोड़ वृक्षारोपण के सम्बन्ध में की जा रही तैयारियों और प्रगति की समीक्षा कीजुलाई के प्रथम सप्ताह में वन महोत्सव के अवसर पर पूरे प्रदेश में किसी 


एक दिन 25 करोड़ वृक्षारोपण (वृक्ष महाकुम्भ) के लक्ष्य को सफल बनाने के लिए समयबद्ध ढंग से तैयारी किए जाने के निर्देशकार्य योजना बनाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर वृक्षारोपण कार्य को सम्पादित किया जाए: मुख्यमंत्री



पौधरोपण के लिए गड्ढे खुदाई के कार्य में प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को शामिल करने की योजना तैयार की जाएभारत की परम्परा प्रकृति के साथ समन्वय बनाकर चलने की रही है गंगा जी एवं अन्य नदियों के तटवर्ती क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किए जाने के निर्देश पौधरोपण के लिए नर्सरी में जैविक खाद का उपयोग हो



राजकीय विभागों व सामाजिक संस्थाओं के साथ-साथ नौजवानों, व्यापारियों, स्वयंसेवी संगठनों, जनप्रतिनिधियों को जोड़ते हुए उनकी सहभागिता वृक्षारोपण कार्यक्रम में सुनिश्चित की जाए100 वर्षों से अधिक आयु के वृक्षों को ‘हेरिटेज ट्री’ के रूप में संरक्षित करने के निर्देश



लखनऊ: 08 मई, 2020



 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जुलाई के प्रथम सप्ताह में वन महोत्सव के अवसर पर पूरे प्रदेश में किसी एक दिन 25 करोड़ वृक्षारोपण (वृक्ष महाकुम्भ) के लक्ष्य को सफल बनाने के लिए समयबद्ध ढंग से तैयारी किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि लाॅकडाउन और कोविड-19 महामारी के चलते कार्य योजना बनाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर वृक्षारोपण कार्य को सम्पादित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों को कम से कम 05 पौधों के वितरण का लक्ष्य निर्धारित करते हुए कार्य किया जाए। पौधरोपण के लिए गड्ढे खुदाई के कार्य में प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को भी शामिल करने की योजना तैयार की जाए। इससे उन्हें व्यापक पैमाने पर रोजगार मिलेगा। 


 मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर 25 करोड़ वृक्षारोपण के सम्बन्ध में की जा रही तैयारियों और प्रगति की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने पर्यावरण, प्राकृतिक संतुलन एवं जल संरक्षण के लिए वृक्षारोपण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि 25 करोड़ वृक्षारोपण के लिए रणनीति बनाते हुए ग्राम पंचायतों, शहरी क्षेत्रों, रोपण क्षमता, वृक्षों की प्रजातियांे, स्थलों और लाभार्थियों को चिन्ह्ति कर लिया जाए। लक्ष्यों के आवंटन के अनुसार कार्यों का अनुश्रवण भी सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, जियो टैगिंग की कार्यवाही भी की जाए। उन्होंने 25 करोड़ पौधरोपण के सम्बन्ध में व्यापक जनजागरूकता और जनसहभागिता सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।


 मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत की परम्परा प्रकृति के साथ समन्वय बनाकर चलने की रही है। ‘अहिंसा परमो धर्मः’ हमारी संस्कृति का हिस्सा है। उन्होंने गंगा जी के तटवर्ती क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को इसके लिए प्रेरित किया जाए। उन्हें वृक्षारोपण के लिए फलदार पौधे प्रदान किए जाएं। यह भी देखा जाए कि यह पौधे नर्सरी में कम्पोस्ट खाद द्वारा तैयार हों। उन्होंने कम्पोस्ट खाद को निराश्रित गोआश्रय स्थलों से क्रय किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि इससे लागत सस्ती आएगी और गोशालाओं की व्यवस्थाएं भी सुदृढ़ होंगी। उन्होंने अन्य नदियों के तटवर्ती क्षेत्रों तथा सड़कों के दोनों किनारों पर भी वृक्षारोपण अभियान की व्यापक कार्य योजना बनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण अभियान में पीपल, पाकड़, बरगद, नीम, इमली, जामुन, सागौन आदि प्रजातियों सहित फलदार, छायादार तथा औषधीय वृक्षों को प्रमुखता से शामिल किया जाए। 


 मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह भी प्रयास किया जाए कि सहजन के पौधे अधिक से अधिक रोपित हों। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक परिवार के घरों के आस-पास इनके रोपण की व्यवस्था की जाए। इनसे पोषण की समस्या का समाधान होगा। उन्होंने कहा कि पौधरोपण के लिए नर्सरी में जैविक खाद का उपयोग हो। वृक्षारोपण के लक्ष्य को सफल बनाने के लिए कृषि, ग्राम्य विकास, शिक्षा तथा पंचायतीराज विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि किसानों, छात्र-छात्राओं, ग्रामीणों को अधिक से अधिक प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि राजकीय विभागों व सामाजिक संस्थाओं के साथ-साथ नौजवानों, व्यापारियों, स्वयंसेवी संगठनों, जनप्रतिनिधियों को जोड़ते हुए उनकी सहभागिता वृक्षारोपण कार्यक्रम में सुनिश्चित की जाए। 


 मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि जो पौधे लगाए जाएं, उनकी पूरी देखभाल व सुरक्षा हो। उन्होंने विगत वर्षों में लगाए गए पौधों के संरक्षण को भी सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले विशेषकर कुपोषित महिलाओं व बच्चों के सन्दर्भ में सहजन का पौधा लगाए जाने की आवश्यकता जतायी। उन्होंने प्रदेश में 100 वर्षों से अधिक आयु के वृक्षों को चिन्ह्ति कर उन्हें ‘हेरिटेज ट्री’ के रूप में संरक्षित किए जाने के भी निर्देश दिए। 


 मुख्यमंत्री जी को वृक्षारोपण महाकुम्भ की प्रगति और तैयारियों के सम्बन्ध में अवगत कराते हुए प्रमुख सचिव वन श्री सुधीर गर्ग ने बताया कि इसके लिए रणनीति तैयार कर ली गई है। लक्ष्य आवंटन के अनुसार अनुश्रवण किया जा रहा है। विभागवार रोपित किए जाने वाले पौधों का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। वन एवं पर्यावरण विभाग द्वारा 10.50 करोड़ तथा अन्य विभागों द्वारा 14.50 करोड़ पौधे रोपित किए जाएंगे। 18 मण्डलों को वृक्षारोपण लक्ष्य आवंटित किए जा चुके हैं। पौधाशालाओं की तैयारी वन विभाग द्वारा की गई है। अन्य विभागों को वन विभाग के नोडल अधिकारियों के साथ समन्वय बनाते हुए तकनीकी मार्गदर्शन दिया जा रहा है। 


 इस अवसर पर वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री दारा सिंह चैहान, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचा


यतीराज श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्रीमती मोनिका गर्ग, प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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