ब्रेकिंग न्यूज़::लॉकडाउन मैं:*गूगल क्लास रूम के माध्यम से छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान कर रहा है सी एम एस।*::-- अधिक जानकारी के लिए देखें


प्रेस विज्ञप्ति: 31 मार्च 2020


 *ऑनलाइन क्लॉस होने से छात्रों के अभिभावकों में ख़ुशी।* *एक टाईम पर करीब 10 टीचर एक साथ 1000 छात्र- छात्राओं को दे रहे है क्लास।* 


 *मैथ,साइंस,कंप्यूटर के अलावा संगीत और शारीरिक शिक्षा की भी दी जा रही विशेष क्लास ।* *सी एम एस संस्थापक डॉक्टर जगदीश गाँधी ने इस मुश्किल घड़ी में भी घर से कार्य कर रहे शिक्षक और शिक्षकाओं को ह्रदय से धन्यवाद दिया।* 


लखनऊ, 31 मार्च: महामारी के चलते भारत में पूरी तरह से लॉकडाउन चल रहा है, इसी दौरान सभी स्कूल भी बंद चल रहें है जिससे अभिवावक अपने बच्चों की पढ़ाई को लेकर चिंतित है। इसी बीच लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (CMS) द्वारा ऑनलाइन गूगल क्लासरूम के माध्यम से अपने छात्रों को पूर्णगुणवत्ता युक्त शिक्षा देने की शुरुआत की है जहाँ एक आभासी कक्षा में एक शिक्षक द्वारा कक्षा में सभी छात्रों को पढ़ाया जा सकता है। ऑनलाइन गूगल शिक्षा पद्धति के माध्यम से 10 शिक्षक और 1000 छात्रों को एक ऑनलाइन कक्षा में जोड़ा जा सकता है।


सीएमएस के सभी शिक्षक उत्साहपूर्वक अपने घर से ऑनलाइन कक्षाएं चला रहें है जिससे छात्र बिना घर से बाहर निकले शिक्षा प्राप्त कर रहें है। सीएमएस द्वारा ऑनलाइन क्लासरूम सेवा उन छात्रों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है जो अपनी स्कूल की शिक्षा का एक दिन भी नागा नहीं करते हैं। स्कूल प्रबंधन द्वारा इस महामारी के दौरान छात्रों को व्यस्त रखने के इस प्रयास से माता-पिता भी बहुत खुश हैं।


सीएमएस, प्रबंधन ने छात्रों की सेवा में स्कूलों के टीचरों द्वारा ऑनलाइन क्लास दिए जाने के मामले पर सीएमएस, संस्थापक व प्रबंधक, डॉ जगदीश गाँधी ने कहा कि "हम मानते हैं कि शिक्षा एक सतत और रचनात्मक प्रक्रिया है, इसका उद्देश्य मानव प्रकृति में निहित क्षमताओं को विकसित करना और समग्र मानव और दिव्य ज्ञान के साथ बच्चों को लैस करके समाज की प्रगति और संवर्धन के लिए उनकी अभिव्यक्ति का समन्वय करना है।" एक छात्र के जीवन में पढ़ाई का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है और उन्हें शिक्षा से अलग रखने का मतलब होगा कि वे अपने पाठ्यक्रम से दूर रखना जिससे वे अपने पाठ्यक्रम को पूरा करने में पिछड़ जाएंगे और वे अन्तः तनावग्रस्त स्थिति में हो जायेंगे। उन्होंने आगे कहा कि सीएमएस का मानना है कि “सच्ची शिक्षा क्षमताओं का विकास करती है, विश्लेषणात्मक क्षमताओं को विकसित करती है, अपने आप में विश्वास, इच्छा शक्ति और लक्ष्य स्थापित करने की क्षमता पैदा करती है और दृष्टि को प्रेरित करती है जो उन्हें सामाजिक परिवर्तन का स्व-प्रेरित एजेंट बनने में सक्षम बनाती है।"


सीएमएस शाखाओं के सभी प्रधानाचार्या नियमित वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शिक्षकों के साथ रणनीति पर चर्चा करते है और यह भी सुनिश्चित करते हैं कि वे छात्रों के साथ ऑनलाइन कक्षाओं के दौरान वास्तव में मौजूद हों, व उन्हें प्रेरित करते है की छात्रों की रूचि उनके प्रति बनी रहें।


सीएमएस, प्रेसिडेंट, प्रो गीता गांधी किंग्डन ने कहा कि "सीएमएस शिक्षक पहले से ही नवीनतम तकनीक में प्रशिक्षित हैं, स्कूल बंद रहने के दौरान, सीएमएस के शिक्षक शारीरिक शिक्षा में भी छात्रों को प्रशिक्षित कर रहे हैं। संगीत शिक्षक छात्रों को गिटार, वायलिन और अन्य संगीत वाद्ययंत्र बजाना भी सिखा रहे हैं, जबकि नृत्य शिक्षक छात्रों को नृत्य में ऑनलाइन प्रशिक्षित कर रही हैं। 


प्रो किंग्डन ने आगे कहा कि इस कठिन घड़ी में यह जरूरी है कि शिक्षकों द्वारा छात्रों के लिए ऑनलाइन सीखने की सुव्यवस्थित सुविधा का माहौल प्रदान करें, जैसा की स्कूल खुले रहने पर उन्होंने वास्तविक जीवन में कक्षाऐं ली है। इलेक्ट्रॉनिक शिक्षण प्रक्रिया की निगरानी व ऑनलाइन क्लासेज की समय सारणी देतें हुए हम कुशलता पूर्वक कक्षाएं संचालित कर सकते रहे है, जब इस समय में देश में महामारी की स्थिति के कारण स्कूल लंबे समय तक बंद हैं।


 


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